राष्ट्रपति की गर्लफ्रेंड को फर्स्ट लेडी का दर्जा
नई दिल्ली। 14 फरवरी को फ्रांस के राष्ट्रपति एफ.होलांडे भारत दौरे पर आ रहे हैं। यह उनकी पहली भारत यात्रा है। होलांडे के साथ उनकी गर्लफ्रेंड वेलेरिए भी आएंगी। भारत सरकार ने होलांडे की गर्लफ्रेंड को फर्स्ट लेडी का दर्जा देने का फैसला किया है।
यानि फ्रांस के राष्ट्रपति की गर्लफ्रेंड के लिए भी रेड कारपेट बिछाया जाएगा। इसे भारत के नजरिए में बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले 2008 में जब निकोलस सारकोजी फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में भारत दौरे पर आए थे तब उनकी गर्लफ्रेंड कार्ला ब्रून भी साथ आई थी।
उस वक्त भारत ने ब्रूनी को फर्स्ट लेडी का दर्जा नहीं दिया था। साउथ ब्लॉक ने पेरिस को संदेशा पहुंचाया था कि ब्रूनी को फर्स्ट लेडी का दर्जा नहीं दिया जाएगा। इस कारण ब्रून को ड्रॉफ आउट करना पड़ा था। ब्रूनी को फर्स्ट लेडी का दर्जा इसलिए नहीं दिया गया था क्योंकि उनकी सारकोजी से शादी नहीं हुई थी।
बाद में सारकोजी और ब्रूनी ताजमहल का दीदार करने आगरा गए थे। भारत दौरे के बाद जब सारकोजी फ्रांस पहुंचे तो एक हफ्ते में ही उन्होंने ब्रूनी से शादी कर ली। इस बार जब होलांडे भारत दौरे पर आ रहे हैं तो विदेश मंत्रालय की प्रोटोकॉल डिवीजन फिर परेशानी में पड़ गई।
परेशानी यह थी कि होलांडे की गर्लफ्रेंड को फर्स्ट लेडी का दर्जा दिया जाए या नहीं। एक समाचार पत्र के मुताबिक ज्यादातर अधिकारियों ने कहा कि सरकार को वक्त के मुताबिक आगे बढ़ना चाहिए। उन्हें शिष्टाचार देना चाहिए। इसके बाद फैसला हुआ कि जो सम्मान किसी राष्ट्राध्यक्ष की कानूनन पत्नी को दिया जाता है वही सम्मान इनको भी दिया जाना चाहिए।
होलांडे की गर्लफ्रेंड पेशे से पत्रकार है। उनका दो बार तलाक हो चुका है। उनके तीन बेटे हैं। 2007 से वह होलांडे के साथ रह रही है। पिछले साल अक्टूबर में भी भारत को उस वक्त मुश्किल का सामना करना पड़ा था जब ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड के भारत दौरे के लिए तैयारियां चल रही थी। गिलार्ड के उस वक्त अपने पार्टनर टिम मैथिएसन के साथ भारत आने की खबर थी। उस वक्त उनको स्पाउज स्टेट्स देने का फैसला हुआ। हालांकि आखिरी मिनट में टिम ने भारत आने का फैसला टाल दिया।
नई दिल्ली। 14 फरवरी को फ्रांस के राष्ट्रपति एफ.होलांडे भारत दौरे पर आ रहे हैं। यह उनकी पहली भारत यात्रा है। होलांडे के साथ उनकी गर्लफ्रेंड वेलेरिए भी आएंगी। भारत सरकार ने होलांडे की गर्लफ्रेंड को फर्स्ट लेडी का दर्जा देने का फैसला किया है।
यानि फ्रांस के राष्ट्रपति की गर्लफ्रेंड के लिए भी रेड कारपेट बिछाया जाएगा। इसे भारत के नजरिए में बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले 2008 में जब निकोलस सारकोजी फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में भारत दौरे पर आए थे तब उनकी गर्लफ्रेंड कार्ला ब्रून भी साथ आई थी।
उस वक्त भारत ने ब्रूनी को फर्स्ट लेडी का दर्जा नहीं दिया था। साउथ ब्लॉक ने पेरिस को संदेशा पहुंचाया था कि ब्रूनी को फर्स्ट लेडी का दर्जा नहीं दिया जाएगा। इस कारण ब्रून को ड्रॉफ आउट करना पड़ा था। ब्रूनी को फर्स्ट लेडी का दर्जा इसलिए नहीं दिया गया था क्योंकि उनकी सारकोजी से शादी नहीं हुई थी।
बाद में सारकोजी और ब्रूनी ताजमहल का दीदार करने आगरा गए थे। भारत दौरे के बाद जब सारकोजी फ्रांस पहुंचे तो एक हफ्ते में ही उन्होंने ब्रूनी से शादी कर ली। इस बार जब होलांडे भारत दौरे पर आ रहे हैं तो विदेश मंत्रालय की प्रोटोकॉल डिवीजन फिर परेशानी में पड़ गई।
परेशानी यह थी कि होलांडे की गर्लफ्रेंड को फर्स्ट लेडी का दर्जा दिया जाए या नहीं। एक समाचार पत्र के मुताबिक ज्यादातर अधिकारियों ने कहा कि सरकार को वक्त के मुताबिक आगे बढ़ना चाहिए। उन्हें शिष्टाचार देना चाहिए। इसके बाद फैसला हुआ कि जो सम्मान किसी राष्ट्राध्यक्ष की कानूनन पत्नी को दिया जाता है वही सम्मान इनको भी दिया जाना चाहिए।
होलांडे की गर्लफ्रेंड पेशे से पत्रकार है। उनका दो बार तलाक हो चुका है। उनके तीन बेटे हैं। 2007 से वह होलांडे के साथ रह रही है। पिछले साल अक्टूबर में भी भारत को उस वक्त मुश्किल का सामना करना पड़ा था जब ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड के भारत दौरे के लिए तैयारियां चल रही थी। गिलार्ड के उस वक्त अपने पार्टनर टिम मैथिएसन के साथ भारत आने की खबर थी। उस वक्त उनको स्पाउज स्टेट्स देने का फैसला हुआ। हालांकि आखिरी मिनट में टिम ने भारत आने का फैसला टाल दिया।
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